अध्ययन में पाया गया है कि थोड़ी मात्रा में शराब पीने से भी मनोभ्रंश का खतरा बढ़ जाता है
एक नए अध्ययन ने उन पिछले अध्ययनों पर सवाल उठाया है जिनमें कहा गया था कि सीमित मात्रा में शराब पीने से मस्तिष्क की सुरक्षा हो सकती है। बीएमजे एविडेंस-बेस्ड मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, शराब की थोड़ी सी मात्रा भी आगे चलकर मनोभ्रंश (डिमेंशिया) विकसित होने के जोखिम को बढ़ा सकती है।
कुछ पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि हफ़्ते में सात से कम पैग पीना, बिल्कुल न पीने की तुलना में मस्तिष्क के लिए ज़्यादा सुरक्षात्मक हो सकता है। लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि ये अध्ययन मुख्य रूप से वृद्ध लोगों पर केंद्रित थे और इनमें पूर्व शराब पीने वालों और आजीवन शराब न पीने वालों के बीच अंतर नहीं किया गया, जिससे भ्रामक परिणाम सामने आ सकते हैं। बीएमजे एविडेंस-बेस्ड मेडिसिन पत्रिका में मंगलवार को प्रकाशित यह नया अध्ययन, शराब से संबंधित कुछ जीनों के प्रभावों और शराब के मस्तिष्क पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण करता है।

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